सुनील सौरभ/नई दिल्ली
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा लॉक डाउन का चौथा चरण नए रंग रूप वाला होगा। 18 मई से पहले लाक डाउन 4.0 की जानकारी दी जाएगी।
कि यह संकट इतना बड़ा है कि बड़ी से बड़ी शक्तियां हिल गई। लेकिन हमारे गरीब भाई बहनों की धैर्य शक्ति का भी दर्शन किया है। सबने उनकी अनुपस्थिति को महसूस किया। उनकी भलाई के लिए बड़े कदम उठाने का वक्त आ गया है। अब हमें स्थानीय उत्पादों को वरीयता देनी होगी। जितने भी ग्लोबल प्रोउक्ट्स हैं सब कहीं न कहीं लोकल थे। आज से हर भारतवासी को लोकल के लिए वोकल बनना है। स्थानीय उत्पादों का खरीदने के साथ उनका गर्व से प्रचार भी करना है।
जब मैंने आपसे खादी खरीदने का आग्रह किया था आपने मेरी बात मानी और खादी की डिमांड और बिक्री ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक हमारी जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा।
पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में एक तरफ जहां 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया तो वहीं तरफ उन्होंने ये भी किया कि 18 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहेगा। पीएम मोदी ने कोरोना आपदा से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है, जो भारत की जीडीपी का 10 फीसदी है।पिछला और आज का पैैकेज का मिलाकर है यह राशि। पीएम ने कहा कि इस पैकेज के बारे में विस्तार से जानकारी बाद में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ा आपदा भारत के लिए संदेश और एक अवसर लेकर आई है। उन्होंने कहा कि मैं एक उदाहरण के साथ बताना चाहता हूं कि जब कोरोना संकट शुरू हुआ तो भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी न ही एन95 मास्क का उत्पादन होता था। लेकिन आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि आपदा को हमने अवसर में बदल दिया है।