जनपथ न्यूज़ पटना। लोकसभा चुनाव में जदयू इस बार नए चेहरों पर दांव आजमाएगा। शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक हुई।
इसमें राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने साफ तौर पर कहा कि जदयू लोकसभा चुनाव में युवा और नए चेहरों को तरजीह देगा। हमने चुनाव के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री आवास में 16 सितंबर को राज्य कार्यकारिणी की बैठक में चुनावी रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी।
आम सहमति से होगा सीटों का बंटवारा
आरसीपी ने कहा कि एनडीए के अंदर भी जदयू, भाजपा, लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के बीच सीटों का बंटवारा आम सहमति और सम्मानजनक तरीके से जल्द हो जाएगा।
पिछड़ों और दलितों के लिए ज्यादा आरक्षण देने संबंधी राजद नेता तेजस्वी यादव कि मांग पर आरसीपी ने कहा कि बिहार में 15 वर्षों तक तेजस्वी के परिवार का शासन रहा, उस वक्त उन्हें पिछड़ों और दलितों के आरक्षण की याद क्यों नहीं आई?
सबको साथ लेकर चलती है जदयू
आरसीपी ने कहा कि हमारी पार्टी बिहार में सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है। नीतीश कुमार की सरकार का विश्वास और संकल्प सुशासन में है। मॉब लिंचिंग जैसे मामले पर बिहार ने देश में सबसे पहले कानून बनाया। संविदा कर्मियों के हितों को लेकर भी राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है।
अति पिछड़ा समाज को गोलबंद करने की रणनीति
बैठक में पार्टी के साथ अति पिछड़ा समाज को गोलबंद करने की रणनीति पर चर्चा हुई। यह भी तय हुआ कि जल्द ही अति पिछड़ा जिला सम्मेलन के दूसरे दौर की शुरुआत होगी।
बैठक में अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक लक्ष्मीश्वेर राय, विधान पार्षद संजय गांधी, ललन सर्राफ पार्टी के प्रदेश महासचिव नवीन आर्य और अनिल कुमार सहित सभी जिलों में जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मौजूद थे।