कटिहार (बिहार)। कटिहार की 5 साल की लक्ष्मी अब कैलिफोर्निया की बेटी हो गई है। सोमवार को संदेश भारती सेवा संस्थान में कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद अमेरिकी दंपती ने बच्ची को गोद लिया। सेंट्रल एडॉप्शन एजेंसी यानी कारा और कटिहार परिवार न्यायालय ने इस पर कानूनी मुहर लगा दी। अब लक्ष्मी के माता-पिता अमेरिका के जोएल डेविड होरन्सटीन एवं एमिली पुटनम होंगी।
प्रक्रिया को पूरी करने में लगा छह महीन से भी अधिक समय
– दो साल पहले संदेश भारती सेवा संस्थान में एक बच्ची लक्ष्मी संस्थान में पहुंची थी। सेंट्रल एडॉप्शन एजेंसी विदेश में रहने वाले लोगों को बच्चे को गोद देने का काम करती है। इसी से रजिस्ट्रेशन कराकर अमेरिकी दंपती पिछले साल दिसंबर में आकर बच्ची को गोद लेने की पहल की और औपचारिकता पूरी करने में लग गए।
– जोएल डेविड होरन्सटीन अमेरिका में वित्तीय विश्लेषक है जबकि पत्नी एमिली पुटनम समाज शास्त्र की प्रोफेसर हैं।
– संस्थान के प्रबंध निदेशक मिथिलेश कुमार झा के अनुसार, इस मामले में कटिहार के परिवार कोर्ट में उस बच्ची को दत्तक पुत्री के रूप में लेने के लिए आवेदन भी दिया गया।
– सप्ताह भर पहले फेमली कोर्ट के जिला जज अनिल कुमार ने सारी प्रक्रिया और सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद इसे हरी झंडी दे दी। प्रक्रिया को पूरी करने में 6 महीन से भी अधिक समय लग गया।
गोद लेने के बाद मां एमिली पुटनम के चेहरे खिल उठे
– इस अवसर पर लक्ष्मी की मां एमिली पुटनम बहुत खुश थी। उन्होंने कहा- उसके 4 बेटे हैं लेकिन उसे बेटी की एक चाहत थी जो अब पूरी हो गई। वह उसे बेटों जैसा प्यार देंगी। हालांकि उनके पति नहीं आए थे। वह अपने एक बेटे के साथ यहां पहुंची थीं।
– जब से वह इस संस्थान में पहुंची लक्ष्मी को गोद लिए हुई थीं, एक पल भी उसने लक्ष्मी को अपनी गोद से अलग नहीं किया।
– बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक बेबी रानी ने कहा, यह पूरी प्रक्रिया कानूनी रूप से है और किसी संस्था के द्वारा नहीं। देश में 15 हजार ऐसे लोग है जो बच्चों को गोद लेने के लिए आवेदन दिए हुए हैं। जबकि बच्चों की संख्या अभी मात्र 3 हजार है।